दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के प्रधान
सचिव राजेंद्र कुमार को आज पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा.
भ्रष्टाचार के आरोप में राजेंद्र कुमार को कल सीबीआई ने गिरफ्तार किया था.
आम आदमी पार्टी ने इसे दिल्ली सरकार को बदनाम करने की साजिश करार दिया है.
केजरीवाल के प्रधान सचिव गिरफ्तार
केजरीवाल के भरोसेमंद और दिल्ली सरकार के
प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार अब सीबीआई की गिरफ्त में हैं. 50 करोड़ रुपये
के कथित घोटाले से जुड़े केस में सीबीआई पिछले कई महीनों से इनसे पूछताछ कर
रही थी. आज सीबीआई ने ये कहते हुए राजेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया है
कि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के पक्के सबूत हैं.
राजेंद्र कुमार के अलावा 4 और आरोपियों को किया गया गिरफ्तार
सीबीआई ने कथित भ्रष्टाचार के आरोप में
राजेंद्र कुमार के साथ डिप्टी सेक्रेटरी तरुण शर्मा और आरोपी कंपनी एंडेवर
सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के अफसर संदीप कुमार, दिनेश कुमार और अशोक कुमार
को भी गिरफ्तार किया है. सीबीआई इस घोटाले में राजेंद्र कुमार को ही
घोटाले का सूत्रधार बता रही है.
राजेंद्र कुमार की गिरफ्तारी पर
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मोदी सरकार पर हमला बोला है. सिसोदिया ने
कहा कि केंद्र सरकार राजनीति के निचले स्तर पर उतर आई है और केजरीवाल सरकार
को बदनाम करना चाहती है.
राजेंद्र कुमार पर पद का दुरुपयोग करते हुए भ्रष्टाचार का आरोप
राजेंद्र कुमार पर आरोप है कि उन्होने
अपनी कंपनी बनाकर उसे सरकारी ठेके दिलवाए. इस मामले की शुरूआत दिल्ली
डॉयलॉग कमीशन के पूर्व अधिकारी और ब्यूरोक्रेट आशीष जोशी कि शिकायत पर हुई.
जोशी के मुताबिक राजेंद्र कुमार ने दिनेश
कुमार और संदीप कुमार के साथ मिलकर 2006 में एंडेवर सिस्टम्स प्राइवेट
लिमिटेड नाम की एक कंपनी बनाई. इसके बाद से इसी कंपनी को पब्लिक सेक्टर
यूनिट के जरिए सरकारी ठेके दिए जाते थे. यानी सरकारी पैसा घूम कर राजेंद्र
कुमार की कंपनी के पास ही आता था.
कंपनी एंडेवर सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड को ठेके दिलाने का आरोप
एंडेवर सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी
की वेबसाइट में साफ साफ लिखा है कि वो दिल्ली ट्रांस्को लिमिटेड, वैट और
ICSIL जैसे सार्वजनिक उपक्रमों के लिए काम कर चुकी है. गौर करने की बात है
कि इन सब कामों का ठेका जिस विभाग से मिलता है राजेंद कुमार उन सभी जगहों
पर रह चुके हैं.
सीबीआई के मुताबिक 2007 से 2014 के बीच
ICSIL के जरिए राजेंद्र की कंपनी एंडेवर को 9.5 करोंड़ का ठेका दिया गया.
ICSIL टेलिकम्यूनिकेशन्स के क्षेत्र में काम करती है. और राजेंद्र कुमार
दिल्ली सरकार के आईटी विभाग के सचिव रह चुके हैं.
राजेंद्र कुमार अरविंद केजरीवाल के सबसे
भरोसेमंद और प्रिय नौकरशाहों में से एक हैं. मिसाल के लिए जब केजरीवाल ने
49 दिन के पिछले कार्यकाल के दौरान भी राजेंद्र कुमार को ही अपना प्रधान
सचिव बनाया था. राजेंद्र की नियुक्ति को लेकर केजरीवाल दिल्ली के
उपराज्यपाल नजीब जंग से भी जंग कर चुके हैं और उनकी अनदेखी करते हुए
नियुक्ति कर दी थी.
केजरीवाल की तरह ही IAS राजेंद्र कुमार भी
आईआईटी पासआउट हैं. हालाकि राजेंद्र पर भ्रष्टाचार के आरोप प्रधान सचिव
बनने से पहले के हैं. इनपर भ्रष्टाचार के जो आरोप लगे हैं वो शीला दीक्षित
के सीएम रहने के दौरान हुए हैं.
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