Tuesday, 5 July 2016

मोदी मंत्रीमंडल में बड़े बदलाव, स्मृति ईरानी की HRD से छुट्टी, जाने किसे मिले क्या जिम्मेदारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में 19 नए मंत्रियों को शामिल करने के बाद विभागों में फेरबदल करके सबको चौंका दिया है. स्मृति ईरानी की जगह पर प्रकाश जावड़ेकर को मानव संसाधन विकास मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया है जबकि स्मृति ईरानी अब कपड़ा मंत्रालय का कार्यभार संभालेंगी. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्रिपरिषद विस्तार और फेरबदल के तहत मंगलवार रात स्मृति ईरानी को मानव संसाधन विकास जैसे अहम मंत्रालय से हटाकर कम अहमियत वाले कपडा मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंप दी गई.

वहीं केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार छोड दिया है. हैदराबाद में दलित छात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी और जेएनयू विवाद जैसे वाकयों की वजह से ईरानी का लगभग दो साल का कार्यकाल विवादों में रहा है. बहरहाल, ईरानी को महत्वहीन समझा जाने वाला कपडा मंत्रालय दिए जाने से यह कयास भी लगाए जा रहे हैं कि कहीं ऐसा इसलिए तो नहीं किया गया कि वह 2017 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रचार का चेहरा बनाए जाने की स्थिति में वह प्रचार के लिए ज्यादा वक्त निकाल सकें. प्रधानमंत्री ने आज अपने मंत्रिपरिषद के विस्तार में 19 नए मंत्रियों को शामिल किया जिनमें भाजपा नेता एस एस आहलूवालिया, एम जे अकबर और विजय गोयल जैसे जानेमाने नाम शामिल हैं.

पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रकाश जावडेकर को सरकार के इस दूसरे विस्तार में तरक्की देकर कैबिनेट रैंक के मंत्री के तौर पर शपथ दिलाई गई. अकबर को विदेश राज्य मंत्री बनाया गया है. विदेश मंत्रालय में वी के सिंह एक अन्य राज्य मंत्री हैं. शहरी विकास मंत्री एम वैंकैया नायडू को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. हालांकि, उनसे संसदीय कार्य मंत्रालय की जिम्मेदारी वापस ले ली गई है. यह जिम्मेदारी अब रसायन एवं उवर्रक मंत्री अनंत कुमार संभालेंगे. मंत्रिपरिषद में हुए इस फेरबदल में डी वी सदानंद गौडा से कानून एवं न्याय मंत्रालय वापस ले लिया गया. कानून एवं न्याय मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार अब रविशंकर प्रसाद संभालेंगे. गौडा को सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय आवंटित किया गया है. जयंत सिन्हा को वित्त राज्य मंत्री के पद से हटाकर नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री बनाया गया है. इस पद पर अब तक महेश शर्मा थे. शर्मा अब सिर्फ संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालेंगे.

मंत्रिपरिषद में हुए इस फेरबदल में पांच राज्य मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाया गया. पांच मंत्रियों को हटाने और विस्तार के बाद अब मोदी मंत्रिपरिषद में 78 मंत्री हो गए हैं. कैबिनेट मंत्रियों में चौधरी वीरेंद्र सिंह को ग्रामीण विकास, पंचायती राज और पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय से हटाकर इस्पात मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है. ग्रामीण विकास, पंचायती राज और पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय की जिम्मेदारी अब नरेंद्र सिंह तोमर को दी गई है. वह पहले खदान एवं इस्पात मंत्री थे. अन्य कैबिनेट मंत्रियों और राज्य मंत्रियों के प्रभार में कोई बदलाव नहीं किया गया. बिजली, कोयला एवं अक्षय उर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) को खदान मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.

रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा को संचार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की जिम्मेदारी दी गई है जबकि संतोष कुमार गंगवार को जयंत सिन्हा की जगह वित्त मंत्रालय में भेजा गया है. इससे पहले, गंगवार कपडा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थे. अर्जुन राम मेघवाल वित्त मंत्रालय में दूसरे राज्य मंत्री होंगे. पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की जिम्मेदारी संभाल रहे जावडेकर एकमात्र ऐसे मंत्री रहे जिन्हें कैबिनेट रैंक में तरक्की दी गई, जबकि सभी नए मंत्रियों को राज्य मंत्री के तौर पर शपथ दिलाई गई. इससे पहले, ऐसी अटकलें थीं कि गोयल और वाणिज्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) निर्मला सीतारमण को कैबिनेट रैंक में तरक्की दी जाएगी. नए मंत्रियों में विजय गोयल को युवा मामलों एवं खेल मंत्रालय में राज्य मंत्री :स्वतंत्र प्रभार: बनाया गया है. असम के मुख्यमंत्री बनने से पहले इस पद पर सर्वानंद सोनोवाल काबिज थे. अनिल माधव दवे को पर्यावरण मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है. भाजपा की सहयोगी पार्टी अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है जबकि डॉ. एस आर भामरे को रक्षा राज्य मंत्री बनाया गया है.

आहलूवालिया को कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय और संसदीय कार्य मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाया गया है. अजय टम्टा (उत्तराखंड), अर्जुन राम मेघवाल (राजस्थान), कृष्णा राज (उत्तर प्रदेश), रामदास अठावले (महाराष्ट्र), रमेश सी जीगाजिनगी (कर्नाटक) उन दलित मंत्रियों में शामिल हैं जिन्हें राष्ट्रपति भवन में आज आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. शपथ ग्रहण कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री मोदी और उनके मंत्रिपरिषद के सहकर्मी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और सहयोगी पार्टियों के नेता मौजूद थे. कांग्रेस का कोई भी नेता इस मौके पर मौजूद नहीं था. जिन अन्य चेहरों को मंत्री बनाया गया उनमें पी पी चौधरी, सी आर चौधरी (राजस्थान), ए एम दवे, फग्गन सिंह कुलस्ते (मध्य प्रदेश), महेंद्र नाथ पांडेय उत्तर प्रदेश) पुरुषोत्तम रुपाला, जे भाभोर और मनसुखभाई मंडाविया (गुजरात), राजेन गोहाईं (असम) और एस आर भामरे (महाराष्ट्र) शामिल हैं. राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि राष्ट्रपति ने सांवर लाल जाट (जल संसाधन), मोहनभाई कल्याणजीभाई कुंदरिया (कृषि), निहाल चंद (पंचायती राज), मनसुखभाई धानजीभाई वासव (जनजातीय मामले) और राम शंकर कठेरिया (एचआरडी) का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है.

Monday, 4 July 2016

स्वर्ण पदक के साथ ओलिंपिक यात्रा का अंत करना चाहता हूं : योगेश्वर दत्त

दिग्गज पहलवान योगेश्वर दत्त आगामी रियो खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर अपनी ओलिंपिक यात्रा का अंत करना चाहते हैं और उन्होंने कहा कि वह अपने इस आखिरी मुकाबले को ‘यादगार’ बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। अपने आखिरी ओलिंपिक में भाग लेने की तैयारियों में जुटे लंदन ओलिंपिक के कांस्य पदक विजेता योगेश्वर रियो डि जनेरियो में 65 किग्रा भार वर्ग में भाग लेंगे।

योगेश्वर ने भारतीय ओलंपियन्स संघ (ओएआई) के लॉन्च के अवसर पर कहा, यह मेरा चौथा और आखिरी ओलिंपिक होगा और इसलिए मैं स्वर्ण पदक जीतने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा हूं। हरियाणा के गोहाना का रहने वाला यह 33 वर्षीय पहलवान जानता है कि लोगों ने उनसे क्या उम्मीद लगा रखी है। रियो जाने वाला भारतीय दल आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिला जिन्होंने उन्हें शुभकामनाएं दी।

अगस्त में होने वाले खेल महाकुंभ से पहले प्रधानमंत्री से मुलाकात के बारे में योगेश्वर ने कहा, प्रधानमंत्री से मुलाकात बहुत अच्छी रही। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ इसलिए हम सभी का इससे बहुत उत्साह बढ़ा है।  मानेकशां केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने प्रत्येक खिलाड़ी से बात की और उन्हें पांच से 21 अगस्त तक होने वाले खेलों के लिए शुभकामनाएं दी।

अपनी तैयारियों के बारे में उन्होंने कहा, मैं दिन में पांच से छह घंटे अभ्यास कर रहा हूं जिसमें जिम में बिताया समय भी शामिल है। मैं रियो के अनुभव को यादगार बनाना चाहता हूं। एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता ने कहा, मेरे अब तक पांच ऑपरेशन हो चुके हैं लेकिन जहां तक तैयारियों की बात है तो मैं अब भी अपना सर्वश्रेष्ठ करता हूं। हमसे काफी उम्मीद लगायी गयी है और दबाव है लेकिन हम इससे निबटने और दबाव में भी अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम हैं। योगेश्वर से पूछा गया कि क्या वह रियो के बाद संन्यास ले लेंगे तो उन्होंने 2018 तक खेलते रहने की संभावना से इनकार नहीं किया।

उन्होंने कहा, यह मेरी फिटनेस पर निर्भर करता है। यदि मैं फिट रहा तो 2018 तक खेलता रहूंगा। उन्होंने कहा कि संन्यास लेने के बाद उनकी योजना अपने गांव के करीब कुश्ती अकादमी खोलने की है। इस बीच विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता और एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज जीतू राय ने कहा कि उन्होंने फिर से लय हासिल कर ली है। उन्होंने कहा, आखिरी विश्व कप में पदक जीतना बहुत महत्वपूर्ण था। जहां तक कुछ चीजों की बात है तो मैंने कुछ लय खो दी थी लेकिन उस पदक से मैंने लय हासिल कर ली है। जीतू ने बाकू, अजरबैजान में पिछले विश्व कप में एयर पिस्टल में रजत पदक जीता था। उन्होंने कहा, मैं मानसिक और शारीरिक तौर पर फिट रहने पर भी काफी ध्यान दे रहा हूं। मुझ पर पर दबाव है और महत्वपूर्ण यही है कि आप दबाव कैसे झेलते हो।

लंदन ओलिंपिक की कांस्य पदक विजेता और पांच बार की विश्व चैंपियन एम सी मेरीकाम ने कहा, मैं खिलाड़ियों का समर्थन करने के लिए विशेष तौर पर इस कार्यक्रम के लिए आयी हूं। इस बार कम मुक्केबाज : रियो के लिये केवल तीन मुक्केबाज क्वालीफाई कर पाये : हैं लेकिन हम उन्हें पूरा समर्थन देंगे। ’’ मेरी कॉम भी ओलिंपिक के लिये क्वालीफाई नहीं कर पायी थीं। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के अध्यक्ष आदिल सुमरिवाला ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि भारत की पुरुष और महिला चार गुणा 400 मीटर रिले टीमें फाइनल्स तक पहुंचने में सफल रहेंगी।

उन्होंने कहा, हमें अब से शुरुआत करके एक महीने में अपने चरम पर पहुंचना होगा। हमें 19 अगस्त तक अपने चरम पर रहना चाहिए। 19 अगस्त को ही रिले का फाइनल है। यदि हम आज चरम पर हैं तो हम कुछ नहीं कर सकते। निर्मला शेरोन के बारे में उन्होंने कहा, यदि उसने क्वालीफाई किया है तो वह जाएगी। सीमा पूनिया और उनके अभ्यास पर खर्चे के बारे में पूछे जाने पर सुमरिवाला ने कहा, वह लगातर अच्छा प्रदर्शन करने वाली एथलीट हैं। वह पहली एथलीट थी, जिसके अभ्यास के लिए 75 लाख रुपये मंजूर किए गए थे।

भारत में जिहाद के लिए कराची की मस्जिदों के बाहर फंड जुटा रहा है जैश-ए-मोहम्मद

पाकिस्तान का आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद भारत में आतंकी हमलों के लिए कराची की मस्जिदों के बाहर फंड जुटा रहा है। रमजान के दौरान जैश के इस कदम ने एक बार फिर पाकिस्तान के आतंकवाद को लेकर ढीले रवैये की पोल खोल दी है। लोगों से अपील की जा रही है कि वो जिहादियों की मदद के लिए दिल खोलकर चंदा दें।

- अंग्रेजी अखबार ‘इंडियन एक्सप्रेस’ ने एक वीडियो फुटेज के हवाले से फंड जुटाए जाने का दावा किया है।
- फुटेज पिछले शुक्रवार और शनिवार का है। मस्जिदों में नमाज के लिए आने वाले लोगों से अपील की जा रही है कि वे भारत और अफगानिस्तान में जिहादियों को भेजने के लिए चंदा दें।
- खास बात ये है कि ऑफिशियली तो जैश पर पाकिस्तान में बैन लगाया जा चुका है। हालांकि बैन की सच्चाई इस फुटेज से उजागर हो जाती है।
लोगों से क्या अपील?
- लोगों से अपील के लिए जिन शब्दों का इस्तेमाल किया जा रहा है, वो भी पाकिस्तान के झूठ को सामने लाते हैं। फंड जुटाने वाले कह रहे हैं, “जैश-ए-मोहम्मद के मुजाहिदीनों की मदद कीजिए। ये तो इस्लाम के मुजाहिदीन हैं। ये कश्मीर में भारत के और अफगानिस्तान में अमेरिका के खिलाफ लड़ रहे हैं।”
- एक दूसरे फुटेज में एक शख्स कहता है, “खुले दिन से दान कीजिए। ये जैश के बहादुर लड़कों के लिए है जो इस्लाम के लिए जंग लड़ रहे हैं।”
- हैरानी की बात ये है कि जिन जगहों पर ये वीडियो शूट किया गया है वहां पुलिस भी तैनात नजर आती है। जामिया उलूम-ए-इस्लाम के बाहर भी वीडियो शूट किया गया है। इस जगह से कई आतंकियों का रिश्ता रहा है। इनमें जैश के सरगना मौलाना मसूद अजहर का नाम भी शामिल है। इसके अलावा हरक-उल-जिहाद का लीडर कारी सैफुल्ला अख्तर भी यहीं से ताल्लुक रखता है।
इंडियन कनेक्शन भी मौजूद
- रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी में पैदा हुआ और अब कराची से ऑपरेट कर रहा अल-कायदा का इंडियन सब्कॉन्टिनेंट चीफ शमी-उल-हक भी जामिया-उलूम-ए-इस्लाम सेमिनरी से जुड़ा है। उसे पिछले ही हफ्ते अमेरिका ने ग्लोबल टेररिस्ट डिक्लेयर किया है।
- शमी ने पिछले शुक्रवार को एक ऑनलाइन मैसेज में जिहादियों से हिंदुओं पर हमले करने को कहा था। उसने कहा था कि अगर हिंदुओं पर हमले हुए तो उनके सुर बदल जाएंगे यानी उन्हें सबक मिल जाएगा।
यै कैसा बैन?
- 2002 में भारतीय संसद पर हमले के बाद जैश-ए-मोहम्मद को पाकिस्तान ने बैन कर दिया था। लेकिन ये सिर्फ कागजी बैन है।
- खबरों के मुताबिक, जैश पाकिस्तान आर्मी के सेंटर्स का इस्तेमाल ट्रेनिंग के लिए करता है। सैटेलाइट इमेजेस से इसकी पुष्टि भी हो चुकी है।
- जनवरी में पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले के बाद नवाज शरीफ के एडवाइजर सरताज अजीज ने भी माना था कि एयरबेस पर हमला करने वाले आतंकी जैश के बहावलपुर स्थित हेडक्वॉर्टर के संपर्क में थे।
कौन है मौलाना मसूजद अजहर

- मौलाना मसूद अजहर कश्मीर के टेररिस्ट ग्रुप जैश-ए-मोहम्मद का चीफ है।
- कंधार प्लेन हाईजैक के दौरान भारत सरकार की तरफ से छोड़े गए तीन आंतकियों में एक मसूद अजहर भी था।
- मसूद फिलहाल पाकिस्तान के बहावलपुर में रहता है।
- पठानकोट हमला जैश के टेररिस्टों ने ही अंजाम दिया है। भारत को इस बात के सबूत मिले हैं।
- टेररिस्टों की जो कॉल डिटेल मिली है उसके मुताबिक पठानकोट एयरबेस पर अटैक करने वाले टेररिस्ट पाकिस्तान में जैश के अपने हैंडलर्स से बात कर
रहे थे।

अमिताभ बच्चन हो सकते हैं स्वच्छ भारत अभियान का चेहरा

बॉलीवुड स्टार  ‘स्वच्छ भारत अभियान’ का चेहरा बन सकते हैं क्योंकि केंद्र ने अभियान के लिए अभिनेता को ‘अपनी आवाज और पहचान’ देने के लिए पत्र लिखा है.
एक अधिकारी ने बताया कि शहरी विकास मंत्रालय ने 20 जून को बॉलीवुड दिग्गज को पत्र लिखकर ‘अपनी आवाज और पहचान’ देने और अभियान के एक विशिष्ट हिस्से का प्रचार करने में सहयोग करने को कहा है.

उन्होंने कहा कि वे अभिनेता के जवाब की प्रतीक्षा कर रहे हैं.



मिशन के निदेशक प्रवीण प्रकाश द्वारा लिखे पत्र के मुताबिक सरकार जैव अपशिष्टों को कम्पोस्ट में बदलने के प्रयास को बढ़ा रही है ताकि इसका इस्तेमाल उर्वरक के रूप में किया जा सके और कचरों को लैंडफिल साइट तक ले जाने की प्रक्रिया को कम किया जा सके.

पत्र के मुताबिक कम्पोस्टिंग के प्रचार में बच्चन को भागीदार बनने के लिए कहा जा रहा है।

केजरीवाल के प्रधान सचिव समेत 5 को CBI ने किया गिरफ्तार, आज कोर्ट में पेशी

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार को आज पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा. भ्रष्टाचार के आरोप में राजेंद्र कुमार को कल सीबीआई ने गिरफ्तार किया था. आम आदमी पार्टी ने इसे दिल्ली सरकार को बदनाम करने की साजिश करार दिया है.
केजरीवाल के प्रधान सचिव गिरफ्तार
केजरीवाल के भरोसेमंद और दिल्ली सरकार के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार अब सीबीआई की गिरफ्त में हैं. 50 करोड़ रुपये के कथित घोटाले से जुड़े केस में सीबीआई पिछले कई महीनों से इनसे पूछताछ कर रही थी. आज सीबीआई ने ये कहते हुए राजेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया है कि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के पक्के सबूत हैं.
राजेंद्र कुमार के अलावा 4 और आरोपियों को किया गया गिरफ्तार
सीबीआई ने कथित भ्रष्टाचार के आरोप में राजेंद्र कुमार के साथ डिप्टी सेक्रेटरी तरुण शर्मा और आरोपी कंपनी एंडेवर सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के अफसर संदीप कुमार, दिनेश कुमार और अशोक कुमार को भी गिरफ्तार किया है. सीबीआई इस घोटाले में राजेंद्र कुमार को ही घोटाले का सूत्रधार बता रही है.
राजेंद्र कुमार की गिरफ्तारी पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मोदी सरकार पर हमला बोला है. सिसोदिया ने कहा कि केंद्र सरकार राजनीति के निचले स्तर पर उतर आई है और केजरीवाल सरकार को बदनाम करना चाहती है.
राजेंद्र कुमार पर पद का दुरुपयोग करते हुए भ्रष्टाचार का आरोप
राजेंद्र कुमार पर आरोप है कि उन्होने अपनी कंपनी बनाकर उसे सरकारी ठेके दिलवाए. इस मामले की शुरूआत दिल्ली डॉयलॉग कमीशन के पूर्व अधिकारी और ब्यूरोक्रेट आशीष जोशी कि शिकायत पर हुई.
जोशी के मुताबिक राजेंद्र कुमार ने दिनेश कुमार और संदीप कुमार के साथ मिलकर 2006 में एंडेवर सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की एक कंपनी बनाई. इसके बाद से इसी कंपनी को पब्लिक सेक्टर यूनिट के जरिए सरकारी ठेके दिए जाते थे. यानी सरकारी पैसा घूम कर राजेंद्र कुमार की कंपनी के पास ही आता था.
कंपनी एंडेवर सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड को ठेके दिलाने का आरोप
एंडेवर सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की वेबसाइट में साफ साफ लिखा है कि वो दिल्ली ट्रांस्को लिमिटेड, वैट और ICSIL जैसे सार्वजनिक उपक्रमों के लिए काम कर चुकी है. गौर करने की बात है कि इन सब कामों का ठेका जिस विभाग से मिलता है राजेंद कुमार उन सभी जगहों पर रह चुके हैं.
सीबीआई के मुताबिक 2007 से 2014 के बीच ICSIL के जरिए राजेंद्र की कंपनी एंडेवर को 9.5 करोंड़ का ठेका दिया गया. ICSIL टेलिकम्यूनिकेशन्स के क्षेत्र में काम करती है. और राजेंद्र कुमार दिल्ली सरकार के आईटी विभाग के सचिव रह चुके हैं.
राजेंद्र कुमार अरविंद केजरीवाल के सबसे भरोसेमंद और प्रिय नौकरशाहों में से एक हैं. मिसाल के लिए जब केजरीवाल ने 49 दिन के पिछले कार्यकाल के दौरान भी राजेंद्र कुमार को ही अपना प्रधान सचिव बनाया था. राजेंद्र की नियुक्ति को लेकर केजरीवाल दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग से भी जंग कर चुके हैं और उनकी अनदेखी करते हुए नियुक्ति कर दी थी.
केजरीवाल की तरह ही IAS राजेंद्र कुमार भी आईआईटी पासआउट हैं. हालाकि राजेंद्र पर भ्रष्टाचार के आरोप प्रधान सचिव बनने से पहले के हैं. इनपर भ्रष्टाचार के जो आरोप लगे हैं वो शीला दीक्षित के सीएम रहने के दौरान हुए हैं.

Sunday, 3 July 2016

शोएब ने मुझे और युवराज को कमरे में घुसकर मारा था: हरभजन सिंह

भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने अपने क्रिकेट करियर के दौरान हुए कई घटनाओं को सार्वजनिक किया। इसी दौरान उन्होंने एक ऐसा राज खोला जो शायद ही किसी क्रिकेट फैंस को पता हो। हरभजन ने कहा कि एक बार उन्हें और युवराज सिंह को पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कमरे में मारा था।
क्या हुआ था भज्जी और युवी के साथ
हरभजन सिंह के मुताबिक उन्हें शोएब अख्तर ने कहा कि वह मेरे कमरे में आकर मुझे पीटेगा। मैंने भी उससे कह दिया कि आ जा और देखते हैं कौन किसे पीटता है। शोएब की बात से मैं काफी डर गया था। वह काफी लंबा चौड़ा था। उसने एक बार मुझे और युवराज को कमरे के अंदर मारा था। वह काफी भारी था इसलिए उसे काबू करना जरा मुश्किल था।
शोएब से मैदान के बाहर अच्छी दोस्ती
हालांकि हरभजन ने ये भी कहा कि शोएब और उनकी मैदान पर बहस होती रहती है मगर मैदान के बाहर वो मेरे अच्छे दोस्त हैं। भज्जी के मुताबिक शोएब मुझे काफी परेशान करता था। वह हमारे साथ बैठता था, हमारे साथ खाता था। वह हमारे काफी करीब था इसलिए वह हमें तवज्जो नहीं देता था। उसने एक बार मुझे अपनी गेंद पर छक्का लगाने को कहा और मैंने छक्का लगा दिया इसके बाद तो वो स्तब्ध रह गया। फिर उसने मुझे दो बाउंसर फेंके जिससे मैं बच गया। उसने इसके बाद मुझे अपशब्द कहे और इसका मैंने जवाब दिया। लेकिन मैच के बाद हम साथ बैठे जैसे कुछ हुआ ही नहीं।'

आमिर ने खोला राज, 'दंगल' की शूटिंग के दौरान उन्‍हें था जान का खतरा

आमिर खान अपनी मर्जी से फिल्मों के किरदारों का चयन करते हैं। कई बार वो ऐसे किरदार भी चुन लेते हैं, जो चैलेंजिंग के साथ रिस्की भी बहुत होते हैं। आमिर फिल्म 'दंगल' में जो महावीर सिंह फोगाट का किरदार निभा रहे हैं, वो भी बहुत रिस्की है। इस किरदार की शूटिंग के दौरान आमिर की जान भी जा सकती थी।

डीएनए की रिपोर्ट के मुताबिक, 'दंगल' फिल्म के लिए बॉडी बनाना आमिर के लिए खतरे से खाली नहीं था। हालांकि आमिर हमेशा से ही रिस्क लेने में विश्वास रखते हैं, फिर वो चाहे बॉडी के साथ हो या फिर करियर के साथ। आमिर ने बताया, 'हमेशा लोग मुझे पागल समझते हैं। जब मैंने 'लगान' फिल्म की थी, तब लोगों ने कहा था कि खेल पर बनी फिल्म भारत में नहीं चलती, पीरियड फिल्में नहीं चलतीं। मैंने इसमें धोती पहनी थी और डायलॉग्स भी हिंदी नहीं थे। फिल्म भी काफी लंबी थी। सबने कहा कि फिल्म बड़ी फ्लॉप साबित होगी, लेकिन मुझे यह पसंद आई और मैंने इसमें काम किया। लेकिन 'लगान' उस साल की सबसे बड़ी हिट फिल्म साबित हुई। मुझे इसके लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। ऑस्कर के लिए भी फिल्म का नॉमिनेशन हुआ।'
आमिर ने जब 'दंगल' फिल्म साइन की तब भी उन्हें इसे करने के लिए मना किया गया, क्योंकि इस किरदार में रिस्क बहुत था। बूढ़े और जवान महावीर का किरदार आमिर को खुद ही निभाना है। पचास साल की उम्र में बॉडी को ऐसा बनाना काफी रिस्की थी। लेकिन आमिर ने किसी की नहीं मानी। उन्होंने बताया, 'मुझे हमेशा यह डर सताता है कि कहीं फिल्म का काम ना रुक जाए। मैं चोटिल ना हो जाऊं, कहीं शूटिंग के दौरान मैं मर ना जाऊं। 
मेरा मकसद यह होता है कि फिल्म किसी भी हालत में बंद नहीं होनी चाहिए।'
उन्होंने बताया, 'फिल्म 'दंगल' की शूटिंग में भी बहुत रिस्क था। मुझे भी डर था कि मुझे कुछ हो गया, तो फिल्म का क्या होगा। ऐसे में मैंने फिल्म के डायरेक्टर नितेश तिवारी को कह दिया था कि अगर शूटिंग के दौरान मेरी मौत हो जाए, तो युवा महावीर के कैरेक्टर में वरुण धवन, शाहिद कपूर, रणबीर कपूर या रणवीर सिंह को कास्ट कर लेना।'
बता दें कि आमिर इन दिनों 'दंगल' की शूटिंग कर रहे हैं। फिल्म के इस शेड्यूल में वह युवा महावीर का किरदार निभा रहे हैं। कुछ दिनों पहले उन्होंने अपनी एक फोटो शेयर की थी, जिसमें उनकी बॉडी बेहद शानदार लग रही है।